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Weight loss vs fat loss? (वेट लॉस या फेट लॉस) 

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Weight loss vs fat loss? (वेट लॉस या फेट लॉस)  वेट लॉस और फेट लॉस में से फेट लॉस, हेल्दी होता हैं। वेट लॉस या फेट लॉस करने के लिए बोहत से लोग खाना नही खाते या कम खाते है यह गलत हैं। इससे वेट/फेट लॉस नही होता हैं बल्कि वजन और बढने लगता हैं। इसके लिए हमे प्रॉपर डाइट लेना चाहिए। साथ हि वर्कआउट भी करना चाहिए।                वेट लॉस और फेट लॉस मे फेट लॉस, हेल्दी होता हैं।   वेट लॉस  और फेट लॉस मे से वेट लॉस तब करना चाहिए जब हमारा वजन बोहत अधिक हो जिससे हमारे शरीर मे पानी, फेट और मसल, लॉस होता हैँ। वेट लॉस करने मे हमारे शरीर से अधिक मात्रा मे पानी और मसल कम होता हैं। जिससे शरीर मे फेट कि मात्रा मे ज्यादा अंतर नही होता हैं। जिससे हम सिर्फ पतले होते है फिट नहीं। वेट लॉस करने के लिए लोग बोहत से तरीके अपनाते हैं।    जैसे - अधिक मात्रा में कार्डियो करना, या डाइट मे कार्ब या फेट की मात्रा बोहत कम कर देना, बॉडी को डिहाईड्रेड करना इन सब से हम पतले होते हैं फिट नहीं। फेट लॉस -                 अधिक कार्ब लेने से फेट जमा होता हैं। जब हम कार्ब लेते हैं तब हमरी बॉडी उसे ग्लूकोज मे ब्रेक

व्यायाम के लाभ ( BENIFITS OF FITNESS)

      व्यायाम के लाभ ( BENIFITS OF FITNESS)  1 - नियमित व्यायाम दिल कि बीमारी को रोकने में मदद करता हैं। 2 - नियमित व्यायाम करने से मोटापा कम होता हैं। और TYPE 2 DIABETES नियंत्रण मे रहता हैं। 3 - नियमित व्यायाम करने से मांसपेशियों की ताकत, कार्य छमता, लचिलपन मे वृद्धि होती हैं। 4 - नियमित व्यायाम पीठ दर्द, कमर दर्द को रोक सकता हैं। 5 - OSTEOPOROSIS, बढ़ती उम्र के साथ - साथ शरीर की हड्डियों का कलसीयम कम हो जाता हैं जिससे हड्डिया कमजोर होती हैं रेगुलर वेट ट्रेनिंग से हड्डियां मजबुत होती हैं 6 - नियमित व्यायाम करने से cortisol नामक स्ट्रेस हार्मोन मुक्त होता हैँ जिससे हमारी चिंता, तनाव, थकान सब दूर हो जाते हैं।            इसलिये हफ्ते में 5 - 7 दिन 30 - 60 मिनट अलग - अलग प्रकार के व्यायाम ( workout) करना जरूरी हैँ।